स्टैमिना बढ़ाने की अचूक दवा

 यह चूर्ण बल वीर्य वर्धक और कामोत्तेजक है।

शुक्र की निर्बलता से स्त्री प्रसंग के समय शुक्र क्षरण बहुत शीघ्र हो जाने पर स्त्री पुरुष वास्तविक आनंद से वंचित रह जाते हैं।

इसके लिए कई बार तो विषाक्त दवाओं का भी लोग उपयोग कर बैठते है।

जिससे नुकसान के सिवाय कोई लाभ नहीं मिलता है।

यह चूर्ण निर्विष होते हुए रोगों को दूर कर वास्तविक आनंद प्रदान करता है।

रात को सोने से एक घंटे पहले इसका प्रयोग मिश्री मिला गर्म दूध के साथ करना चाहिए।

साथ ही वीर्य के पतलापन को भी दूर करता है और शुक्र को गाढ़ा बनाता है।

कुछ दिन लगातार इस गोक्षुरादि चूर्ण का सेवन कर लेने पर समूल रोग नष्ट हो जाते है और कांति प्राप्त होती है।

सुबह शाम गर्म दूध के साथ सेवन करें।

खट्टे का पूर्णतः परहेज करें।

                    डॉ. दिवाकर पाण्डेय

                  शारदा आयुर्वेदिक क्लिनिक

                    Mo.7379342286

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