अश्वगंधारिष्टा के फायदे

 मात्रा-15ml-30ml

उपयोग -

इसके सेवन से मुर्क्षा, स्त्रियों के हिस्टीरिया रोग,दिल की धड़कन, बेचैनी, चित्त की घबड़ाहट,चित्त भ्रम, यादाश्त की कमी, बहुमूत्र, मंदागिनी, कब्जियत, बवासीर, सिर दर्द, काम में चित्त न लगना, स्नायु दुर्बल्या, हर प्रकार की कमजोरी, बुढ़ापे की शिथिलता आदि रोग नष्ट होकर वीर्य, बल और कांति और शक्ति को बढ़ाता है ।

प्रसूता स्त्रियों की कमजोरी इससे बहुत शीघ्र दूर हो जाती है।

दिमाग की विकृति या कमजोरी दूर करने के लिए प्रात: और सायं काल अभ्रक भस्म के साथ इसे सेवन करना चाहिए।

दिमागी मेहनत करने वालो को यह आसव हमेशा सेवन करना चाहिए।

यह मानसिक थकावट को दूर करता है और स्नायुयो में एक तरह की स्फूर्ति पैदा कर दिमाग को तरो ताजा बना देता है।अत्येव, थकावट नही मालूम होती है।

                  डॉ. दिवाकर पाण्डेय 



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